मुंबई में गणेश उत्सव की धूमधाम के बीच एक पति ने पत्नी से कहा...
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काश मैं भी गणपति होता...फिर तुम मुझे बैठाकर कैसी खातिरदारी करती...दिन रात पूजा करती...तरह तरह के मोदकों का भोग लगवाती...
पत्नी...वाकई कितना अच्छा होता, मेरे लिए भी....हर साल नया पति...फिर विसर्जन...
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काश मैं भी गणपति होता...फिर तुम मुझे बैठाकर कैसी खातिरदारी करती...दिन रात पूजा करती...तरह तरह के मोदकों का भोग लगवाती...
पत्नी...वाकई कितना अच्छा होता, मेरे लिए भी....हर साल नया पति...फिर विसर्जन...
वाह..क्या खूब ...कटाक्ष किया है...
जवाब देंहटाएंhaahahahaha..........sahi jawab diya.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा!
जवाब देंहटाएंयह नहीं कहा कि 10 दिन बाद विसर्जित कर देती!
ha ha ha ...bibiyaan hoti hi bahut samjhdaar hain .ha ha ha .
जवाब देंहटाएंBehatrin............:))))
जवाब देंहटाएंBAHUT SUNDER JABAB DIYA PATNI NE........
जवाब देंहटाएंअच्छा जी,
जवाब देंहटाएंबेचारे! पति देव, विसर्जन का ख्याल ही नहीं किया.
वैसे,सर्जन होने पर उन्हें भी कहीं और स्थान मिलता
ही रहता,सर्जना जी.
सर्जना जी, लाजवाब कर दिया आपने.....
जवाब देंहटाएं------
क्यों डराती है पुलिस ?
घर जाने को सूर्पनखा जी, माँग रहा हूँ भिक्षा।
हा..हा..हा..! अच्छा है यह भी दोनों को एक दुसरे से आजादी मिलती ....!
जवाब देंहटाएंजय हो।
जवाब देंहटाएंहा हा हा ....सही है ईंट का जवाब पत्थर से बखूबी दिया है आपने :)
जवाब देंहटाएंकभी समय मिले तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
http://mhare-anubhav.blogspot.com/
बिचारे पतिदेव की तो खूब खिंचाई करवा दी है आपने,सर्जना जी.
जवाब देंहटाएंसमय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.नई पोस्ट जारी की है.
तुर्की-ब-तुर्की जवाब !
जवाब देंहटाएंफिर पतिदेव क्या बोले ?
हा हा हा ... बहुत बढ़िया ...
जवाब देंहटाएंहा हा हा ... बहुत बढ़िया ..........!!!
जवाब देंहटाएंक्या बात है, बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंहाहाहहाहा
जीवन में मुसीबत एक ही अच्छी लगती है। बार बार बदलने से तो बाप रे बाप!
जवाब देंहटाएंअब हम क्या कहें, अजित गुप्ता जी से सहमत हैं
जवाब देंहटाएंसादर आमंत्रण आपकी लेखनी को... ताकि लोग आपके माध्यम से लाभान्वित हो सकें.
जवाब देंहटाएंहमसे प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुड़े लेखकों का संकलन छापने के लिए एक प्रकाशन गृह सहर्ष सहमत है.
स्वागत... खुशी होगी इसमें आपका सार्थक साथ पाकर.
आइये मिलकर अपने शब्दों को आकार दें
behtareen......
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